Top News

आयुर्वेद दिवस पर औषधीय पौधारोपण एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

 पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 भोपाल में 23 सितम्बर को दसवां आयुर्वेद दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम रही — "Role of Ayurveda in People and Planet Life", जिसमें आयुर्वेद के मानव जीवन और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव को रेखांकित किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय परिसर में औषधीय पौधों के रोपण से हुई, जिसमें तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय, नीम एवं अन्य पारंपरिक औषधीय पौधों को बच्चों एवं शिक्षकों द्वारा लगाया गया। इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को आयुर्वेदिक वनस्पतियों की उपयोगिता से परिचित कराना और हरित वातावरण को बढ़ावा देना था।  

बच्चों में आयुर्वेद के प्रति रुचि एवं जागरूकता बढ़ाने हेतु पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें छात्रों ने आयुर्वेद के सिद्धांतों, औषधियों और जीवनशैली पर आधारित रचनात्मक चित्र प्रस्तुत किए। इसके साथ ही आयुर्वेद पर आधारित क्विज प्रतियोगिता ने छात्रों की जानकारी को परखने और बढ़ाने का कार्य किया।

विद्यालय की प्राचार्य श्री गौरव कुमार द्विवेदी जी ने अपने संबोधन में कहा, "आयुर्वेद केवल चिकित्सा पद्धति नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक समग्र शैली है। बच्चों को इसकी वैज्ञानिकता और सांस्कृतिक महत्व से परिचित कराना आज की आवश्यकता है।"

इस आयोजन के माध्यम से विद्यालय ने समाज को यह संदेश दिया कि आयुर्वेद न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए, बल्कि पृथ्वी के संतुलन और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कार्यक्रम की झलकियों में बच्चों की सहभागिता, पौधारोपण की तस्वीरें और रचनात्मक पोस्टर प्रदर्शनी ने सभी का ध्यान आकर्षित किया।

यह आयोजन आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम सिद्ध हुआ।

Post a Comment

Previous Post Next Post